Saturday, January 18, 2014

चव्वनी के चाँद का इंतजार



किस्मत मुझे तुझसे दूर दूर खीच रही थी.…
दिल उतनाही पास ले आ रहा था........


दिल और किस्मत के बीच के फासले शायद
कयामत तक लम्बे है

इंतजार का मतलब शायद कुछ  और हि होता है ………
खाली  हाँथ शाम फिर  एक बार आयी है.……

शायद हथेली पे उसके फिरसे एक डूबताहुआ
सूरज  …


चव्वनी के चाँद का इंतजार कर रहा है

एक थेंब तुझ्यासाठी

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