Monday, June 13, 2011

कभी कभी मेरे दिलमे ये खयाल आता है


कभी कभी मेरे दिलमे ये खयाल आता है 

तुम्हारी गीली  जुल्फों के निचे , तुम्हारे काँधे के बस थोडासा उप्पर 
तुम्हारी नशीली गर्दन पे, तुम्हारे कान के पीछे ..
कुछ भुलसा गया हूँ 
चूम लेने दो उन गीली यांदो को जरा हलकेसे मुझे ..
बस जिंदगी गीली गीली हो जाये यूँही कभीकभी ...

तुम्हारे गिले ख्वाबोंमे, तुम्हारी गीली मुस्कान पर
तुम्हारे गिले बदन पर, बस उस गुलाबी गिले होंठोपर
न जाने कुछ भुलसा गया हूँ 
चूमकर तुम्हारे लब्ज को यूँही , पि लेनेदो मुझे गीली यांदों को 
बस खाव्ब मेरे भी इंतजार में है गिले होने के कभी कभी 

तुम्हारे उस गिले दुपट्टे के पीछे, तुम्हारी उन गीली ह्नसो की जोड़ीपे
तुम्हारे गिले गिले गलेंमे, उस उतरती हुवी गीली लाटओंपर
न जाने कुछ भुलसा गया हूँ
चूमकर तुम्हारे उस हसीं यौवन को, होने दो गिला मुझे यूँही कभी
बस बारिश बहार यूँही गिरती रहे, खयाल मेरे गिले होते रहे 

कभी कभी मेरे दिलमे ये खयाल आता है 

एक बूँद आपकेलिये 

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